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History

  • हिंदी विभाग - गुरुनानक कॉलेज की स्थापना सन् 1970 में हुई थी| स्थापना वर्ष से ही हिंदी विभाग महाविद्यालय के एक महत्वपूर्ण विभाग के रूप में कार्यरत है| स्थापना वर्ष में महाविद्यालय रांची विश्वविद्यालय से सम्बद्ध था| तदुपरान्त विनोबा भावे विश्वविद्यालय से सम्बद्ध हुआ और वर्तमान में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है|

FACILITIES

  • हिंदी विभाग छात्र - छात्राओं को सी.बी.सी.एस. पद्धति के अनुसार त्रिवर्षीय स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम का शिक्षण उपलब्ध कराता है| स्नातक स्तर पर हिंदी में प्रतिष्ठा एवं सामान्य दोनों ही पाठ्यक्रमों के अलग - अलग शिक्षण की सुविधा उपलब्ध है|
  • हिंदी विभाग अपने स्तर से महाविद्यालय में समय - समय पर शिक्षक - अभिभावक मिलन का आयोजन करता है| इस आयोजन के माध्यम से हम परस्पर संवाद कायम करते हैं| छात्र हमारे समक्ष अपनी समस्याएं रखते हैं और हम शिक्षक उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं|
  • हिंदी विभाग छात्रों को पुस्तकालय की सुविधा उपलब्ध कराता है| पाठ्यक्रमों की पुस्तकों एवं सन्दर्भ ग्रंथों की दृष्टि से महाविद्यालय का पुस्तकालय काफी संपन्न है| हिंदी विभाग के छात्र इससे लाभान्वित हैं|
  • हिंदी की साहित्यिक पत्रिकाएँ ( हंस, वागर्थ, आलोचना, तद्भव ) विभाग के छात्रों को उपलब्ध करायी जाती हैं| हिंदी विभाग समय - समय पर कक्षा में वर्ग - संगोष्ठी का भी आयोजन करता है| छात्रों को पाठ्यक्रम से सम्बंधित कोई विषय दिया जाता है जिसपर वे कक्षा में विभाग के शिक्षकों के बीच व्याख्यान देते हैं| इसके माध्यम से हम छात्रों की वक्तृता शैली का विकास भी करते हैं|
  • इसके अतिरिक्त महाविद्यालय में छात्रों के लिए स्पोर्ट्स, एन.सी.सी, एन.एस.एस. एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों की भी व्यवस्था है, जिसमें हिंदी विभाग के छात्र सक्रिय रूप से भाग लेते हैं| इस रूप में छात्रों की बहुमुखी प्रतिभा का विकास होता है जो उनके व्यक्तित्व निर्माण में सहायक है|

Seminars and Workshops

  • हिंदी विभाग ने विगत वर्ष 26 जुलाई 2017 में गुरुनानक देव व्याख्यानमाला की शुरुआत की| इस व्याख्यानमाला के अंतर्गत मुख्य वक्ता के रूप में वर्धमान विश्वविद्यालय के भूतपूर्व विभागाध्यक्ष एवं समालोचक डॉ. गौतम सान्याल थे| इन्होनें ‘शौपिंग मॉल में हामिद’ शीर्षक से अपने व्याख्यान में प्रेमचंद के कथा साहित्य पर प्रकाश डाला| हिंदी विभाग के छात्र इससे काफी लाभान्वित हुए| हिंदी विभाग ऐसे अवसर अपने छात्रों को समय – समय पर उपलब्ध कराता है|